पूर्व YouTube सीईओ सुसान वोज्सिकी का 56 वर्ष की आयु में निधन: गूगल की कर्मचारी नंबर 6 से जुड़े कुछ कम जाने-माने तथ्य
Friday, 09 Aug 2024 13:30 pm

The News Alert 24

परिचय
टेक जगत ने एक प्रमुख हस्ती को खो दिया है। YouTube की पूर्व सीईओ सुसान वोज्सिकी का 56 वर्ष की आयु में निधन हो गया। सुसान का जीवन और करियर बेहद प्रेरणादायक रहा है, खासकर उनके शुरुआती दिनों में, जब वे Google की छठी कर्मचारी बनीं। उनके योगदान और यात्रा के कुछ कम जाने-माने तथ्यों पर एक नजर डालते हैं।

सुसान वोज्सिकी का प्रारंभिक जीवन
सुसान वोज्सिकी का जन्म 5 जुलाई 1968 को अमेरिका के कैलिफ़ोर्निया में हुआ था। उनका परिवार शैक्षिक और बौद्धिक रूप से समृद्ध था, जिसमें विज्ञान और शिक्षा के प्रति गहरी रुचि थी। सुसान की शुरुआती शिक्षा हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में हुई, जहां से उन्होंने इतिहास और साहित्य में डिग्री प्राप्त की। बाद में उन्होंने कैलिफ़ोर्निया यूनिवर्सिटी, सांता क्रूज़ से मास्टर्स और UCLA से MBA किया।

Google के साथ जुड़ाव
सुसान वोज्सिकी की गूगल के साथ यात्रा 1999 में शुरू हुई, जब वह कंपनी की छठी कर्मचारी बनीं। यह वह समय था जब गूगल एक छोटी सी स्टार्टअप थी और उन्होंने एक मार्केटिंग मैनेजर के रूप में काम करना शुरू किया। सुसान ने गूगल के शुरुआती उत्पादों, जैसे AdSense और Google Images, को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनका योगदान इतना महत्वपूर्ण था कि उन्हें जल्द ही गूगल के सबसे प्रभावशाली अधिकारियों में गिना जाने लगा।

YouTube की यात्रा
सुसान वोज्सिकी का सबसे बड़ा योगदान YouTube के साथ जुड़ा हुआ है। 2006 में, जब गूगल ने YouTube का अधिग्रहण किया, तो सुसान को इसका नेतृत्व करने की जिम्मेदारी सौंपी गई। उनके नेतृत्व में, YouTube ने न केवल अभूतपूर्व वृद्धि दर्ज की, बल्कि दुनिया के सबसे बड़े वीडियो प्लेटफार्मों में से एक बन गया। उन्होंने वीडियो कंटेंट की मॉनेटाइजेशन रणनीतियों को भी मजबूत किया, जिससे कई क्रिएटर्स को प्लेटफार्म पर अपनी आजीविका बनाने का मौका मिला।

सुसान वोज्सिकी के कुछ कम जाने-माने तथ्य

उनकी विरासत
सुसान वोज्सिकी की विरासत केवल YouTube तक सीमित नहीं है। वह टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री में महिला नेतृत्व का एक प्रमुख चेहरा थीं और उनके द्वारा किए गए प्रयासों ने न केवल गूगल को सफलता की नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया, बल्कि उन्होंने टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में महिलाओं की भूमिका को भी स्थापित किया। उनके निधन के बाद, उनकी उपलब्धियों और योगदानों को हमेशा याद किया जाएगा।