हरियाणा विधानसभा चुनावों से पहले, भारतीय पहलवान और पद्मश्री सम्मानित विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुलाकात की है। यह बैठक भारतीय राजनीति में खेल जगत की बढ़ती भूमिका को दर्शाती है और चुनावों के मद्देनजर विशेष महत्व रखती है। हरियाणा में खेल से जुड़े लोग समाज में एक महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं, और इस मुलाकात को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं कि कांग्रेस पार्टी राज्य में अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए खेल जगत के लोकप्रिय चेहरों का समर्थन प्राप्त करने की कोशिश कर रही है।
राहुल गांधी के साथ विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया की इस मुलाकात को आगामी हरियाणा विधानसभा चुनावों के संदर्भ में महत्वपूर्ण माना जा रहा है। हरियाणा का राजनीति और खेलों के साथ गहरा संबंध है, और राज्य से कई मशहूर एथलीट जैसे फोगाट बहनें और बजरंग पुनिया उभरे हैं, जिन्होंने भारत का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया है।
विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया की राहुल गांधी से मुलाकात के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। ऐसा माना जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी खेल जगत से जुड़ी इन हस्तियों के जरिए हरियाणा के ग्रामीण और खेलप्रेमी मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करना चाहती है।
सूत्रों के अनुसार, इस मुलाकात के दौरान राज्य में खेल और खिलाड़ियों के विकास, ग्रामीण खेल प्रतिभाओं को समर्थन, और हरियाणा के युवाओं को खेल के माध्यम से सशक्त बनाने पर चर्चा हुई। राहुल गांधी ने पहलवानों के योगदान की सराहना की और आश्वासन दिया कि उनकी पार्टी खेल और खिलाड़ियों के हित में काम करने के लिए प्रतिबद्ध है।
बैठक के बाद बजरंग पुनिया ने ट्वीट कर कहा, "राहुल गांधी जी के साथ मुलाकात में हमें खेलों के प्रति उनके समर्थन और उनके विजन की जानकारी मिली। हरियाणा के विकास के लिए हमें उनके मार्गदर्शन की आवश्यकता है।" हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि वे कांग्रेस पार्टी में शामिल होंगे या नहीं।
हरियाणा में खेलों का राजनीति में गहरा प्रभाव है। राज्य ने कई ओलंपिक और विश्वस्तरीय एथलीटों को तैयार किया है, जो हरियाणा के खेल-प्रेमी समाज के लिए रोल मॉडल बने हुए हैं। कांग्रेस इस मौके का फायदा उठाकर खिलाड़ियों की लोकप्रियता का राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश कर रही है।
पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया के साथ कांग्रेस की इस बैठक को लेकर राजनीतिक पंडितों का मानना है कि यह कांग्रेस की रणनीति का हिस्सा है, जिसके तहत वे ग्रामीण और खेल-समर्थक मतदाताओं को अपनी ओर लाने की कोशिश कर रहे हैं। यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि हरियाणा के ग्रामीण क्षेत्रों में खेल जगत के प्रति बहुत आदर और प्रेम है।
हरियाणा में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दल अपनी-अपनी तैयारियों में जुटे हुए हैं। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (AAP), और इंडियन नेशनल लोक दल (INLD) जैसी प्रमुख पार्टियाँ अपनी चुनावी रणनीतियों को अंतिम रूप देने में लगी हैं।
कांग्रेस, जो 2019 के विधानसभा चुनावों में भाजपा से पीछे रह गई थी, अब अपने पुराने जनाधार को वापस पाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो यात्रा' और किसानों के मुद्दों पर उनका समर्थन भी राज्य में कांग्रेस के लिए एक महत्वपूर्ण रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।
विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया के राजनीति में शामिल होने की अटकलें भी लगाई जा रही हैं। अगर ये दोनों खिलाड़ी कांग्रेस में शामिल होते हैं, तो इससे पार्टी को खेल-प्रेमी मतदाताओं के बीच एक महत्वपूर्ण समर्थन मिल सकता है।
हालांकि, इन दोनों खिलाड़ियों ने अभी तक किसी भी राजनीतिक दल में शामिल होने की पुष्टि नहीं की है। लेकिन राहुल गांधी के साथ उनकी मुलाकात से यह साफ है कि कांग्रेस हरियाणा में खेल और खिलाड़ियों को लेकर एक मजबूत नीति बनाने की कोशिश कर रही है।