मध्य पूर्व में हालात तेजी से बदल रहे हैं। इजराइल ने युद्ध का एक 'नया चरण' घोषित कर दिया है, और इस बीच लेबनान में कई विस्फोटों की घटनाएँ सामने आई हैं। इस स्थिति ने क्षेत्र में तनाव को और भी बढ़ा दिया है।
इजराइल ने लेबनान के खिलाफ अपने युद्ध अभियान को तेज करने की घोषणा की है। इजराइल के रक्षा मंत्रालय ने इसे युद्ध का 'नया चरण' करार दिया है। इस नई सैन्य कार्रवाई में इजराइली बलों द्वारा बढ़े हुए हवाई और जमीनी हमलों के साथ-साथ संभावित रूप से सीमा के पार जमीनी सैनिकों की तैनाती भी शामिल हो सकती है।
इजराइल की सेना ने स्पष्ट किया है कि इस 'नए चरण' का उद्देश्य लेबनान में स्थित हिज़्बुल्लाह (Hezbollah) और अन्य आतंकवादी समूहों को निशाना बनाना है। इस संघर्ष के दौरान लेबनान की सीमा पर कई विस्फोटों की आवाज़ें सुनी गई हैं, जिनमें से कुछ डिवाइस ब्लास्ट (device blasts) के रूप में रिपोर्ट किए गए हैं।
लेबनान पहले से ही एक गंभीर आर्थिक संकट और राजनीतिक अस्थिरता का सामना कर रहा था। ऐसे में ये धमाके देश की सुरक्षा और स्थिरता को और कमजोर कर सकते हैं।
लेबनान के कई शहरों और गाँवों से विस्फोटों की रिपोर्ट आ रही है, विशेष रूप से उन क्षेत्रों में जो इजराइल के साथ सटी हुई सीमा के पास हैं। इन धमाकों में इजराइली हमलों के साथ-साथ आतंकवादी समूहों द्वारा किए गए हमले भी शामिल हो सकते हैं।
हिज़्बुल्लाह, जो लेबनान में प्रमुख आतंकवादी संगठन है, ने इस स्थिति को लेकर इजराइल के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करने की धमकी दी है। हिज़्बुल्लाह के नेताओं ने कहा है कि वे अपनी सुरक्षा और देश की अखंडता की रक्षा के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
इजराइल और हिज़्बुल्लाह के बीच लंबे समय से तनावपूर्ण संबंध रहे हैं, और हाल ही में इस संघर्ष में और भी तेजी आई है। इजराइल ने हिज़्बुल्लाह के ठिकानों और उनके हथियारों को निशाना बनाकर कई हवाई हमले किए हैं।
यह नई स्थिति सिर्फ इजराइल और लेबनान तक सीमित नहीं है। पूरे मध्य पूर्व में इस संघर्ष के बढ़ने की संभावना है। कई विशेषज्ञों का मानना है कि यह संघर्ष आसानी से एक क्षेत्रीय युद्ध में तब्दील हो सकता है, जिसमें इरान जैसे देश भी शामिल हो सकते हैं, जो हिज़्बुल्लाह का समर्थन करता है।
इस क्षेत्र में पहले से ही सीरिया में गृहयुद्ध और यमन में चल रहे संघर्ष ने अस्थिरता को बढ़ा दिया है। अब इजराइल और लेबनान के बीच इस संघर्ष ने एक और गंभीर मोड़ ले लिया है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस संघर्ष को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। संयुक्त राष्ट्र और कई देशों ने इजराइल और लेबनान से संयम बरतने और संघर्ष को रोकने की अपील की है।
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने दोनों पक्षों से हिंसा को खत्म करने और शांतिपूर्ण समाधान की दिशा में बातचीत करने का आग्रह किया है। अमेरिका और यूरोपीय संघ ने भी इस संघर्ष को रोकने के लिए कूटनीतिक प्रयासों की शुरुआत की है।
इजराइल द्वारा युद्ध का 'नया चरण' घोषित करने के बाद, यह संघर्ष और भी गहरा हो सकता है। लेबनान में विस्फोटों की संख्या बढ़ने की संभावना है, और इससे क्षेत्रीय स्थिरता को गंभीर खतरा हो सकता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर यह संघर्ष आगे बढ़ता है, तो इससे पूरे मध्य पूर्व क्षेत्र में शांति प्रक्रिया पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।