बेरूत: हिज़्बुल्लाह के उप नेता नायब कासिम ने इज़राइल के खिलाफ एक 'खुला युद्ध' की घोषणा की है, जिसे उन्होंने 'निर्णायक संघर्ष' करार दिया। यह बयान इज़राइल और लेबनान के बीच बढ़ते तनाव और हाल ही में हिज़्बुल्लाह द्वारा इज़राइली ठिकानों पर हमलों के बीच आया है। इस घोषणा से क्षेत्र में तनाव और अधिक बढ़ गया है और यह एक गंभीर चेतावनी के रूप में देखा जा रहा है।
हिज़्बुल्लाह और इज़राइल के बीच पहले से ही तनावपूर्ण संबंधों में यह बयान आग में घी डालने का काम कर सकता है। हाल के हफ्तों में लेबनान-इज़राइल सीमा पर तनाव बढ़ा है, जहां इज़राइल ने हिज़्बुल्लाह के खिलाफ कठोर सैन्य कार्रवाई की है। दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी और रॉकेट हमले होते रहे हैं, और कई नागरिक व सैनिक घायल हुए हैं।
नायब कासिम ने यह भी कहा कि हिज़्बुल्लाह अपने सभी संसाधनों का उपयोग इज़राइल के खिलाफ करेगा और संघर्ष को तब तक जारी रखेगा जब तक कि इज़राइल के खिलाफ 'जीत' नहीं मिल जाती। इस 'खुला युद्ध' की घोषणा के बाद इज़राइली सुरक्षा बलों ने अपने उत्तर सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी है।
नायब कासिम का बयान हिज़्बुल्लाह की बढ़ती आक्रामकता और क्षेत्र में उसकी सैन्य क्षमता के बढ़ते प्रभाव को दर्शाता है। उन्होंने कहा, "इज़राइल ने हमारे क्षेत्र पर अवैध रूप से कब्जा किया हुआ है और हमें इसका विरोध करना चाहिए। यह संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक कि हम इज़राइल को उसकी हरकतों के लिए जिम्मेदार नहीं ठहरा लेते।"
इस बयान के बाद, इज़राइल ने लेबनान की ओर से संभावित हमलों के खिलाफ तैयारी बढ़ा दी है। इज़राइल के प्रधानमंत्री ने अपने हालिया भाषण में कहा कि इज़राइल किसी भी खतरे का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार है और वह अपनी सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करेगा।
हिज़्बुल्लाह और इज़राइल के बीच संघर्ष का इतिहास दशकों पुराना है। 2006 में दोनों के बीच एक भयंकर युद्ध हुआ था, जिसे 'लेबनान युद्ध' के नाम से जाना जाता है। इस युद्ध में हजारों लोगों की जान गई थी और आज भी दोनों देशों के बीच शांति समझौता नहीं हो पाया है। हिज़्बुल्लाह, जिसे ईरान द्वारा समर्थित माना जाता है, दक्षिणी लेबनान से इज़राइल के खिलाफ अपने अभियान चलाता रहा है।
हिज़्बुल्लाह के इस बयान के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गई है। संयुक्त राष्ट्र ने सभी पक्षों से संयम बरतने की अपील की है। अमेरिका और यूरोपीय संघ ने इज़राइल के समर्थन में बयान जारी किए हैं और लेबनान को चेतावनी दी है कि वह हिज़्बुल्लाह पर नियंत्रण रखें, ताकि क्षेत्र में शांति बनी रहे।
हिज़्बुल्लाह के उप नेता के इस बयान के बाद, क्षेत्र में अस्थिरता और अधिक बढ़ सकती है। इज़राइल और हिज़्बुल्लाह के बीच संभावित संघर्ष को लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय चिंतित है। हिज़्बुल्लाह ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह इज़राइल के खिलाफ अपनी सैन्य कार्रवाई जारी रखेगा, जबकि इज़राइल ने भी अपने सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी है और किसी भी हमले का जवाब देने की तैयारी कर ली है।