चैटबॉट्स द्वारा चिकित्सा सलाह की विश्वसनीयता और सहानुभूति पर अध्ययन
Wednesday, 07 Aug 2024 00:00 am

The News Alert 24

हाल ही में एक अध्ययन में यह सामने आया है कि चैटबॉट्स द्वारा दी गई चिकित्सा सलाह को मानव द्वारा दी गई सलाह की तुलना में कम विश्वसनीय और कम सहानुभूतिपूर्ण माना जाता है। इस अध्ययन में यह पता लगाने की कोशिश की गई है कि कैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) चिकित्सा सलाह में विश्वास और सहानुभूति को प्रभावित करता है।

अध्ययन के मुख्य बिंदु

  1. विश्वसनीयता की कमी: अध्ययन के अनुसार, चैटबॉट्स द्वारा दी गई चिकित्सा सलाह को कम विश्वसनीय माना जाता है। उपयोगकर्ताओं ने महसूस किया कि AI द्वारा दी गई सलाह में मानव स्पर्श की कमी होती है, जिससे सलाह की गंभीरता और उपयोगिता पर संदेह उत्पन्न होता है।

  2. सहानुभूति की कमी: चैटबॉट्स के साथ बातचीत में, उपयोगकर्ताओं को सहानुभूति की कमी महसूस होती है। जबकि मानव चिकित्सक व्यक्तिगत भावनाओं और भावनात्मक प्रतिक्रियाओं को समझ सकते हैं, चैटबॉट्स के पास ऐसे गुणों की कमी होती है, जो उनके उत्तरों को अधिक सहानुभूतिपूर्ण बना सकते हैं।

चिकित्सा सलाह में चैटबॉट्स का उपयोग

  1. सुविधा और पहुंच: चैटबॉट्स की तकनीक का उद्देश्य चिकित्सा सलाह की सुविधा और पहुंच को बढ़ाना है। वे 24/7 उपलब्ध होते हैं और प्राथमिक चिकित्सा समस्याओं के समाधान के लिए त्वरित उत्तर प्रदान कर सकते हैं।

  2. सीमाएँ और चुनौतियाँ: हालांकि चैटबॉट्स उपयोगी हो सकते हैं, उनके पास जटिल या व्यक्तिगत चिकित्सा मुद्दों को समझने और उनका समाधान देने की सीमाएँ होती हैं। इसका कारण यह है कि चैटबॉट्स को प्रशिक्षित डेटा और पूर्वनिर्धारित एल्गोरिदम पर आधारित होते हैं, जो उनके उत्तरों में मानव संवेदनशीलता की कमी को जन्म देते हैं।

विश्वसनीयता और सहानुभूति का महत्व

  1. विश्वसनीयता: चिकित्सा सलाह में विश्वसनीयता एक महत्वपूर्ण कारक है। जब सलाह को विश्वसनीय माना जाता है, तो लोग उसे अपनाने में अधिक सहज महसूस करते हैं। मानव चिकित्सक की व्यक्तिगत उपस्थिति और अनुभव अक्सर सलाह की विश्वसनीयता को बढ़ाते हैं।

  2. सहानुभूति: सहानुभूति चिकित्सा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह चिकित्सक और रोगी के बीच विश्वास और समझ को बढ़ावा देती है, जिससे रोगी को बेहतर मानसिक और भावनात्मक समर्थन मिलता है।

भविष्य की दिशा

  1. AI और मानव इंटरफेस: भविष्य में, AI और मानव चिकित्सकों के बीच बेहतर इंटरफेस की संभावना हो सकती है। यह न केवल तकनीकी उत्तरों की सटीकता को बढ़ाएगा बल्कि मानव संवेदनाओं को भी शामिल करेगा।

  2. अध्ययन और सुधार: चैटबॉट्स के प्रभावी उपयोग के लिए निरंतर अध्ययन और सुधार की आवश्यकता होगी। तकनीकी उन्नति के साथ, चैटबॉट्स को अधिक सहानुभूतिपूर्ण और विश्वसनीय बनाने की दिशा में प्रयास किए जा सकते हैं।