ओलंपिक कांस्य पदक मुकाबले से पहले 10 घंटे में 4.6 किलोग्राम वजन कैसे घटाया अमन सेहरावत ने?

ओलंपिक कांस्य पदक मुकाबले से पहले 10 घंटे में 4.6 किलोग्राम वजन कैसे घटाया अमन सेहरावत ने?

भारतीय कुश्ती का एक नया सितारा अमन सेहरावत ने ओलंपिक में अपनी मेहनत और संघर्ष से सबका ध्यान आकर्षित किया। लेकिन कांस्य पदक मुकाबले से पहले, उनके सामने एक बड़ी चुनौती आई—उन्हें महज 10 घंटे में 4.6 किलोग्राम वजन घटाना पड़ा। यह एक कठिन और जोखिम भरा काम था, लेकिन अमन ने इसे सफलतापूर्वक पूरा किया। आइए जानते हैं कि उन्होंने यह कैसे किया और इस प्रक्रिया के दौरान किन कठिनाइयों का सामना किया।

वजन घटाने की आवश्यकता
कुश्ती जैसे खेलों में वजन का सही अनुपात बेहद महत्वपूर्ण होता है। हर वजन श्रेणी में प्रतिस्पर्धा करने के लिए एथलीटों को एक निश्चित वजन सीमा के भीतर रहना पड़ता है। अमन सेहरावत के मामले में, उन्हें अपने वजन को कम करके उस श्रेणी में फिट होना था, जिसमें वे प्रतिस्पर्धा कर रहे थे। लेकिन 10 घंटे में 4.6 किलोग्राम वजन घटाना एक असाधारण चुनौती थी, जिसे उन्होंने पूरी गंभीरता से लिया।

वजन घटाने की प्रक्रिया
वजन घटाने की प्रक्रिया को "वेट कटिंग" कहा जाता है, जिसमें एथलीट अत्यधिक पानी के वजन को घटाने के लिए कठोर कदम उठाते हैं। अमन सेहरावत ने इस प्रक्रिया के दौरान कई तकनीकों का इस्तेमाल किया:

  1. डिहाइड्रेशन: सबसे आम तरीका है शरीर से पानी को बाहर निकालना। इसके लिए सॉना, गर्म पानी के टब में बैठना और भारी कपड़े पहनकर पसीना बहाना शामिल है। अमन ने इस तकनीक का इस्तेमाल करते हुए तेजी से पानी का वजन घटाया।

  2. नमक और कार्बोहाइड्रेट का सेवन कम करना: नमक और कार्बोहाइड्रेट शरीर में पानी को रोकते हैं। इन्हें कम करने से शरीर से अतिरिक्त पानी जल्दी बाहर निकलता है। अमन ने मुकाबले से पहले इन दोनों का सेवन बहुत कम कर दिया था।

  3. सीमित आहार: वजन घटाने के लिए अमन ने अपने आहार को बेहद सीमित कर लिया। उन्होंने सिर्फ उन्हीं चीजों का सेवन किया, जो उन्हें ऊर्जा देतीं और शरीर में पानी का स्तर नहीं बढ़ातीं।

  4. स्वेट सूट: स्वेट सूट पहनकर कसरत करने से शरीर तेजी से पसीना छोड़ता है, जिससे पानी का वजन कम होता है। अमन ने इसे भी अपनी दिनचर्या में शामिल किया।

जोखिम और चुनौतियाँ
इस तरह का तेजी से वजन घटाना बेहद जोखिम भरा हो सकता है। शरीर का पानी का स्तर कम होने से डिहाइड्रेशन, कमजोरी, सिरदर्द, चक्कर आना और यहां तक कि बेहोशी जैसी समस्याएँ भी हो सकती हैं। अमन के लिए यह मानसिक और शारीरिक दोनों रूप से बेहद कठिन समय था। लेकिन उन्होंने दृढ़ संकल्प और अनुशासन के साथ इस चुनौती का सामना किया। हालांकि, ऐसे वेट कटिंग के तरीकों का दीर्घकालिक प्रभाव भी हो सकता है, जो किसी भी एथलीट के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।

वजन घटाने के बाद प्रदर्शन
अमन सेहरावत ने अपने वजन को कम करने के बाद कांस्य पदक मुकाबले में भाग लिया। हालांकि, इतनी बड़ी मात्रा में वजन घटाने के बाद शरीर की ऊर्जा और सहनशक्ति पर असर पड़ सकता है, लेकिन अमन ने अपने प्रदर्शन को बनाए रखा और मुकाबले में शानदार तरीके से खेला। यह उनके मानसिक और शारीरिक दृढ़ता का एक प्रमाण है।