कीव: यूक्रेन ने अंतर्राष्ट्रीय नेताओं से अपील की है कि वे रूस के साथ चल रहे युद्ध से कोई समझौता या त्वरित हल निकालने की कोशिश न करें। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने चेतावनी दी है कि युद्ध को समाप्त करने के लिए किए गए किसी भी अधूरे या आधे-अधूरे कदम न केवल यूक्रेन, बल्कि पूरी दुनिया के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं।
रूस की आक्रामकता का अंत जरूरी
ज़ेलेंस्की ने कहा कि विश्व को यह सुनिश्चित करना होगा कि रूस की आक्रामकता को किसी तरह के समझौते से नहीं, बल्कि पूर्ण जीत और न्याय से ही समाप्त किया जाए। रूस ने फरवरी 2022 में यूक्रेन पर हमला किया था, जिसके बाद से दोनों देशों के बीच संघर्ष जारी है। इस दौरान लाखों लोगों की मौत और विस्थापन हो चुका है।
यूक्रेन सरकार का मानना है कि किसी भी त्वरित शांति समझौते से रूस को अपने अवैध कब्जे को वैधता मिलने का खतरा है। ज़ेलेंस्की ने कहा, "रूस के खिलाफ कोई भी अस्थायी या सतही कदम आगे चलकर वैश्विक सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन सकता है।"
न्याय की मांग
यूक्रेन की ओर से यह भी कहा गया है कि युद्ध अपराधों के लिए रूस को जिम्मेदार ठहराना आवश्यक है। यूक्रेनी अधिकारियों का मानना है कि रूस ने युद्ध के दौरान असंख्य मानवाधिकार उल्लंघन किए हैं, जिनमें नागरिकों पर हमले, बमबारी और गैर-सैनिक ठिकानों को निशाना बनाना शामिल है। इन अपराधों के लिए रूस को जवाबदेह ठहराना अत्यंत आवश्यक है।
शांति वार्ता का कोई विकल्प नहीं
यूक्रेन की इस अपील के बावजूद, दुनिया भर के कुछ नेता रूस के साथ शांति वार्ता के पक्ष में रहे हैं। हालांकि, ज़ेलेंस्की की सरकार का कहना है कि रूस के साथ की गई किसी भी वार्ता में स्पष्टता होनी चाहिए, और रूस को युद्धविराम के बजाय अपने आक्रामक कदमों को पूरी तरह समाप्त करना होगा।
युद्ध की गंभीर स्थिति
रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध ने न केवल दोनों देशों, बल्कि पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था, राजनीति और सुरक्षा को प्रभावित किया है। रूस के हमलों से यूक्रेन का बुनियादी ढांचा लगभग पूरी तरह नष्ट हो चुका है। हाल ही में, यूक्रेनी सेना ने रूस के कब्जे वाले कुछ प्रमुख क्षेत्रों को वापस लेने में सफलता पाई है, लेकिन स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है।
वैश्विक नेताओं की प्रतिक्रिया
अमेरिका, यूरोपीय संघ और अन्य वैश्विक शक्तियों ने रूस के खिलाफ कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगाए हैं और यूक्रेन को सैन्य और आर्थिक सहायता भी प्रदान की है। हालाँकि, कुछ देशों ने इस युद्ध से बाहर निकलने के लिए शांतिपूर्ण समाधान की कोशिशें शुरू की हैं, जिसे यूक्रेन ने अस्वीकार कर दिया है।
यूक्रेन की मांग है कि रूस अपने कब्जे वाले सभी क्षेत्रों को खाली करे और युद्ध अपराधों के लिए जिम्मेदारी स्वीकार करे। वैश्विक समुदाय को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि युद्ध के लिए रूस को जिम्मेदार ठहराया जाए और इसके परिणामस्वरूप उसे कोई लाभ न मिले।
यूक्रेन के भविष्य की सुरक्षा
यूक्रेन ने साफ कर दिया है कि रूस के साथ किसी भी शांति समझौते में उसके क्षेत्रीय अखंडता और भविष्य की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जाना चाहिए। ज़ेलेंस्की ने कहा कि केवल तभी जब रूस युद्ध समाप्त करेगा और अंतर्राष्ट्रीय कानून का पालन करेगा, तब ही विश्व में स्थिरता और शांति की बहाली संभव होगी।
रूस का रुख
रूस की सरकार ने अब तक युद्ध में अपनी स्थिति बनाए रखी है और दावा किया है कि वह केवल "विशेष सैन्य अभियान" चला रहा है। क्रेमलिन ने यह भी कहा है कि वे किसी भी शांति वार्ता के लिए तैयार हैं, लेकिन उनकी शर्तें और वार्ता की दिशा अब भी अस्पष्ट हैं। यूक्रेन और पश्चिमी देशों का मानना है कि रूस अपनी आक्रामक रणनीति को किसी भी सूरत में नहीं बदलने वाला है।